लुब्धमर्थेन गृह्णीयात् स्तब्धमंजलिकर्मणा। मूर्खं छन्दानुवृत्त्या च यथार्थत्वेन पण्डितम्।। – इस श्लोक के जरिए चाणक्य ने बताया है कि कामयाबी की राह में अगर मूख, समझदार या घमंडी व्यक्ति से पाला पड़ जाए तो इन्हें काबू करने के लिए अल-अलग तरीके हैं.
कामयाबी की राह में पड़ेगा इन 3 लोगों से वास्ता, चाणक्य नीति में बताया इनसे काम निकलवाने का तरीका
